नहीं सताओ बच्चों को बच्चे होते भगवान हैं।
वेद-बाइबिल-गुरुवाणी ये गीता-शबद-कोरान हैं।।
नहीं सताओ....
इतने शीतल,इतने भोले जैसे चन्दा की किरन लगें,
फुदक-फुदक कर भरें कुलाँचे जैसे वन के हिरन लगें।
इनकी तोतली बोली पर हम करते सब क़ुर्बान हैं।।
नहीं सताओ....
पानी-आग सभी इनको लगते जीवन के खेल हैं,
शोला-शबनम दोनों का ये करते प्यारा मेल हैं।
बच्चे सच्चे इन्सां के उसूलों की होते पहचान हैं।।
नहीं सताओ....
इनके मज़हब में कोई,छोटा नहीं बड़ा होता,
मैं गोरा तू काला, ऐसा कभी न झगड़ा होता।
ऊँचनीच व भेदभाव की दुनिया से अनजान हैं।।
नहीं सताओ....
इनमें गांधी,इनमें जवाहर,इनमें ईसा-कृष्ण रहे,
इनमें गुरु गोविंद साहिब-तुलसी-मीरा के वर्ण रहे।
किसी भी देश के होते बच्चे आन-बान औ शान हैं।।
नहीं सताओ....।।
No comments:
Post a Comment