Saturday, December 1, 2018

चाहे किसी को...


दिल में हो दिल किसी का मोहब्बत की बात है,
चाहे किसी को कोई किस्मत की बात है ।।
         तूफ़ान का हो दौर,जलता रहे चराग,
         गागर में भर दे सागर,कुदरत की बात है।।
                                चाहे किसी को....
धरती बसे समन्दर, अम्बर पे माहताब,
दोनों का यूँ मिलन हो,उल्फ़त की बात है।।
                            चाहे किसी को...
       मंझधार में सफ़ीना मौजों की दरमियां,
      बेदाग़ बच गया जो,हिकमत की बात है।।
                           चाहे किसी को...
चारो तरफ़ अँधेरा, मंज़िल ना दिख सके,
कोई रौशनी दिखा दे,रहमत की बात है।।
                   चाहे किसी को कोई....।।

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