एक झलक ज़िन्दगी की......
काव्य संग्रह
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Sunday, August 4, 2019
शेष रह गयी...
शेष रह गयी स्मृति केवल,
और नहीं कुछ शेष रहा।
अपने जन यदि करें स्मरण-
समझो,यही विशेष रहा।।
शेष रह गयी स्मृति केवल.........।।
पुनश्च-अक्षर-सुमन हैं अर्पित मेरे,उस सच्चे अध्यापक को,
अध्यापन ही लक्ष्य था जिसका,उस के.पी.संस्थापक को।।
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